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ब्रेस्ट कैंसर का लक्षण और उपाय | Symptoms of Breast Cancer - Bodywise


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ब्रेस्ट कैंसर का लक्षण और उपाय | Symptoms of Breast Cancer - Bodywise

स्तन कैंसर ज्यादातर या पूरी तरह से महिलाओं में ही होता है। बीते कुछ वर्षों के अंदर महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर के मामले ज्यादा देखने को मिले है। इसकी शुरूआती पहचान ना होने के कारण मृत्यु दर में भी वृद्धि हुई है। ब्रेस्ट कैंसर के लक्षणों की पहचान होना बहुत जरुरी है।

ब्रेस्ट कैंसर क्या हैं? - What is Breast Cancer?

जब ब्रेस्ट की कोशिकाएं आवश्यकता से ज्यादा बढ़ने लगती है तब ब्रेस्ट कैंसर होता है। ब्रेस्ट कैंसर वाहिनियों में छोटे - छोटे कण जमने लगते है जो की एक गांठ के रूप में रहते है। इसे एक्स रे के द्वारा देखा जाता है।

स्तन की अधिकांश गांठे कैंसर नहीं होती है लेकिन कुछ गांठ कैंसर का रूप ले लेती है। अगर आपको स्तनों में गांठ जैसा महसूस होता है तो डॉक्टर से जाँच करवाना चाहिए।

ब्रेस्ट कैंसर का लक्षण - Symptoms of Breast Cancer

ब्रेस्ट कैंसर सिम्पटम्स में निम्न लक्षण शामिल है।

1) स्तन के आकार में परिवर्तन।

2) बगल में या स्तन में गाँठ होना।

3) स्तन में या आसपास के हिस्से में सूजन।

4) हल्का स्त्राव जिसमें रक्त भी हो सकता है।

5) निप्पल में दर्द और लालपन।

6) त्वचा में मोटापन।

7) निप्पल्स पर दाने हो जाना।

8) स्तन पर मस्से होना।

9) निप्पल का अंदर की ओर मुड़ना।

स्तन कैंसर के प्रारंभिक चेतावनी संकेत - Early Warning Signs of Breast Cancer

छाती के कैंसर के लक्षण में यह प्रारंभिक संकेत शामिल है।

1) दर्द का अनुभव होता है। वैसे तो गांठ चोट नहीं पहुंचाती है पर कुछ लोगों को हल्की चुभन हो सकती है।

2) स्तन में परिवर्तन होता है जैसे स्तन के आकार, बनावट या तापमान में अंतर।

3) बगल में या कॉलरबोन के पास सूजन। ऐसा होने पर डॉक्टर को बताएं।

4) असामान्य निप्पल डिस्चार्ज होना। इसमें रक्त भी हो सकता है।

5) निप्पल में खुजली, जलन, अंदर की ओर निप्पल का खींचना, घाव होना।

6) स्तन या बगल में गांठ।

स्तन कैंसर के प्रकार और लक्षण - Breast Cancer Types and Symptoms

1) डक्टल कार्सिनोमा व इसके लक्षण

स्तन कैंसर का सबसे आम प्रकार है। यह कैंसर नलिकाओं में शुरू होता है। शायद ही डक्टल कार्सिनोमा के कोई लक्षण दिखाई दे लेकिन इससे स्तन गांठ या खूनी निर्वहन हो सकता है।

2) इनवेसिव व इसके लक्षण  

यह स्तन के आस-पास के ऊतकों से शुरू होता है। इसमें त्वचा के घाव, किसी एक जगह पर दर्द, एक स्तन जो दूसरे से अलग दिखता है आदि लक्षण दीखते है।

3) लोब्युलर कार्सिनोमा व इसके लक्षण

यह कैंसर दूध बनाने वाली ग्रंथियों में शुरू होता है जिन्हें लोब्यूल्स कहा जाता है। महिलाओं में कैंसर के लक्षण है जैसे - निप्पल या तो सपाट या अंदर की ओर,  मोटा होना या सूजन आदि।

4) मेटास्टेटिक व इसके लक्षण

इस कैंसर को मेटास्टेटिक, सेकेंडरी ब्रेस्ट कैंसर, एडवांस्ड कैंसर भी कहा जाता है। उपचार ना होने पर यह अन्य अंगों सहित आपके शरीर के अन्य भागों में फैल सकता है। लक्षण जो इस प्रकार है - मतली, पेट की सूजन, सिरदर्द, मांसपेशी में कमज़ोरी, दोहरी दृष्टि, वज़न घटना।

5) इंफ्लेमेटरी व इसके लक्षण

यह एक दुर्लभ प्रकार है। इसके लक्षणों में शामिल है असामान्य निप्पल डिस्चार्ज, एक स्तन जो सूजा हुआ गर्म और लाल होता है, अंदर की ओर मुड़ा हुआ एक निप्पल, धुंधली उभरी हुई त्वचा आदि।

6) पुरुष स्तन कैंसर व इसके लक्षण

१% स्तन कैंसर पुरुषों में भी होते हैं। कैंसर के बढ़ने तक लक्षणों पर ध्यान देना मुश्किल होता है। इसके लक्षण है स्तन या बगल में गांठ या मोटापन, स्तन या फिर निप्पल की त्वचा में परिवर्तन होना।

स्तन गांठ - Breast Lumps

यह सामान्य होती है जो की आमतौर पर कैंसर का कारण नहीं बनती। इसके होने के कुछ कारण निम्न है।

  • बंद दूध ग्रंथियां।
  • स्तन का संक्रमण जैसे मवाद (फोड़े) की छोटी थैली जो बच्चे के जन्म के बाद होती है।
  • फाइब्रोसिस्टिक परिवर्तन होते है। इसमें सिस्ट, दर्द और कोमलता महसूस होती है।
  • घाव हो जाते है जो निशान ऊतक बनाते हैं।
  • फाइब्रोएडीनोमा जिसमें चिकनी, गोल गांठ बन जाती है यह चोट नहीं पहुंचाते।

स्तन कैंसर की पुनरावृत्ति - Breast Cancer Recurrence

अगर स्तन कैंसर का इलाज करवाया है तो यह फिर से हो सकता है। यह उसी स्तन में हो सकता है या जहाँ हुआ था उसके पास लिम्फ नोड्स में हो सकता है।

उपचार करवाने के बाद २ सालों तक कैंसर की फिर से होने की संभावना रहती है। डॉक्टर आपको बताएंगे की इसके कौन से लक्षण है जिस पर आपको ध्यान देना है।

  • छाती की त्वचा पर गांठ का होना।
  • स्तन को हटाने के लिए की गई सर्जरी से जो निशान हुआ था उस पर या उसके पास मोटापन लगना।
  • निप्पल में या स्तन में किसी तरह का बदलाव होना।
  • स्तन में एक नई गांठ का होना।

ब्रेस्ट कैंसर से बचने के उपाय - Ways to Prevent Breast Cancer

स्तन कैंसर के खतरे से बचने के लिए आपको कुछ उपाय करने चाहिए। तो जाने ब्रेस्ट कैंसर से बचने के उपाय क्या है।

1) धूम्रपान और शराब का सेवन ना करे

महिलाओं में स्तन कैंसर धूम्रपान और शराब के सेवन से भी हो सकता है। धूम्रपान सेहत के लिए बहुत हानिकारक होता है तो धूम्रपान और शराब से दूरी बनाकर रखे।

2) वजन पर नियंत्रण  

अपने वजन को कण्ट्रोल में रखे। मोटापे को बढ़ने ना दे। मोटापा भी कई बीमारियों का कारण बनता है। जिनमें ब्रेस्ट कैंसर भी शामिल है।

3) व्यायाम और योग करे

व्यायाम शरीर को फिट बनाये रखता है। यह स्तन कैंसर के खतरे को कम करने में मदद करता है। नियमित योग और एक्सरसाइज करे।

4) फल और सब्जियां

अपने आहार में फलों और सब्जियों को शामिल करे। ब्रेस्ट कैंसर से बचने के लिए पौष्टिक आहार खाएं।

5) स्तनपान कराना

संभव हो तो एक वर्ष या उससे अधिक समय तक अपने बच्चे को स्तनपान कराने से स्तन कैंसर का जोखिम कम होता है।

6) जन्म नियंत्रण से रहे दूर

अगर आप ३५ वर्ष से ज्यादा उम्र के है तो आपको बर्थ कण्ट्रोल पिल्स का सेवन नहीं करना चाहिए।

यह भी पढ़ें: ब्रेस्ट ग्रोथ टिप्स ~ Breast Growth Tips to Increase Breast Size

क्या ब्रेस्ट कैंसर में दर्द होता है? - Does Breast Cancer Hurt

अगर आप यह सोच रहे है की क्या ब्रेस्ट कैंसर में दर्द होता है? तो यह जान ले की ज्यादातर स्तन कैंसर में दर्द नहीं होता लेकिन कुछ में ऐसा होता है। महिलाओं को पीरियड्स में होने वाला स्तन दर्द होता है।

कुछ गैर-कैंसर स्तन की स्थितियां जो है मास्टिटिस। इसमें अचानक से तेज दर्द होता है। यदि आपको ब्रेस्ट में ज्यादा दर्द है तो चिकित्सक को इसके बारे में जरूर बताये।

निष्कर्ष :

ब्रेस्ट कैंसर दुगनी रफ़्तार से बढ़ रहा है। यदि सावधानी रखी जाये और समय पर उपचार करवाया जाये तो इससे बचा जा सकता है। ब्रेस्ट कैंसर का लक्षण नज़र आते ही डॉक्टर को दिखाए।

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