गर्भवती होने के घरेलू उपाय | Home Remedies To Get Pregnant
कुछ महिलाओं को गर्भधारण करने में कठिनाई नहीं आती है तो इसके विपरीत बहुत सी महिलाओं को कंसीव करने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है और वह चिंता से ग्रसित हो जाती है। लेकिन चिंता करने की बजाय आपको उन उपायों पर ध्यान देना चाहिए जो गर्भधारण में आपके काम आये।
गर्भवती होने के घरेलू उपाय (Home Remedies To Get Pregnant Fast)
अगर आप भी प्रेग्नेंट होने की कोशिश कर रही है लेकिन सफल नहीं हो पा रही है तो कुछ आसान से प्रेग्नेंट होने के उपाय करके आप गर्भ धारण कर सकती है।
1) अधिक फाइबर खाएं
फाइबर का सेवन करे। फाइबर से शरीर के अतिरिक्त हार्मोन नष्ट हो जाते है और रक्त शर्करा को संतुलित रखने में भी फाइबर मदद करता है।
उच्च फाइबर के कुछ खाद्य पदार्थों में शामिल है साबुत अनाज, फल, सब्जियां और बीन्स महिलाओं को २५ ग्राम प्रति दिन और पुरुषों के लिए ३१ ग्राम प्रतिदिन फाइबर की मात्रा पर्याप्त होती है।
2) माका रूट
इसका सेवन शरीर के हार्मोनल स्तर को संतुलित रखता है और शुक्राणुओं की संख्या को बढ़ाता है साथ ही गतिशीलता को बढ़ाने में मदददगार होता है। इसमें आयरन, पोटैशियम, विटामिन बी और सी होता है।
यह महिलाओं और पुरुषों दोनों के लिए होता है यानि की महिलाओं और पुरुषों दोनों की कम प्रजनन क्षमता का इलाज करने के लिए इसका उपयोग किया जाता है। इससे प्रजनन क्षमता में सुधार लाया जाता है।
3) प्रोटीन स्रोत बदले
भोजन में प्रोटीन को दाल, नट्स, सब्जियों, बीन्स, और कम पारा मछली से प्रोटीन के साथ बदलकर देखे। अध्ययन के अनुसार, कुल कैलोरी का ५ % पशु प्रोटीन के स्थान पर वनस्पति प्रोटीन से प्राप्त होता है तो ओवुलेटरी इनफर्टिलिटी का खतरा भी कम हो जाता है। पशु प्रोटीन के स्थान पर वनस्पति प्रोटीन स्रोतों पर ध्यान दे।
4) विटामिन डी
वैज्ञानिक अध्ययनों के अनुसार विटामिन डी की कमी के कारण महिला प्रजनन क्षमता पर होने वाले प्रतिकूल प्रभाव सामने आये है। विटामिन डी की कमी होने से भी गर्भ धारण करने में समस्या आती है। विटामिन डी का सबसे अच्छा स्त्रोत है सूरज। आप सुबह की १५ मिनट की धुप ले इससे हड्डियां और मांसपेशियाँ भी मजबूत होगी।
5) मल्टीविटामिन ले
मल्टीविटामिन का सेवन करने से ओवुलेटरी इनफर्टिलिटी से बचा जा सकता है। विटामिन में जो सूक्ष्म पोषक तत्व होते है वह प्रजनन क्षमता में आवश्यक भूमिका निभाते है। गर्भवती होने के लिए महिलाओं को फोलेट युक्त मल्टीविटामिन लेना चाहिए। मल्टीविटामिन से ओवुलेटरी इनफर्टिलिटी की संभावना कम हो जाती है।
6) एंटीऑक्सीडेंट खाद्य पदार्थ
२०१२ के एक अध्ययन में पाया गया की ७५ ग्राम एंटीऑक्सीडेंट युक्त अखरोट का सेवन करने से शुक्राणु की गुणवत्ता में काफी सुधार आता है। पुरुषों और महिलाओं की प्रजनन क्षमता में सुधार करने के लिए फोलेट और जिंक जैसे एंटीऑक्सिडेंट मददगार होते है।
7) दालचीनी
इसमें पाए जाने वाले गुण बांझपन को दूर करने में मदद करते है। दालचीनी के सेवन से महिला अंडाशय बेहतर तरह से कार्य करता है। पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम या पीसीओएस के उपचार में भी इसका इस्तेमाल किया जाता है। यह महिलाओं में बांझपन का प्रमुख कारण होता है। एक कप गर्म पानी ले इसमें एक चम्मच दालचीनी पाउडर मिला ले और इस चाय को पिएं।
लड़की प्रेग्नेंट कैसे होती है (How Does a Women Get Pregnant)
आगे जानते है प्रेग्नेंट होने के लिए क्या करना पड़ता है इसकी क्या प्रक्रिया है।
जब शुक्राणु अंडे में जाकर मिलता है यानि की गर्भावस्था तब शुरू होती है जब एक निषेचित अंडा गर्भाशय की परत में प्रत्यारोपित होता है। सेक्स के बाद १५ से २० दिन के समय में प्रेग्नेंट हो सकती है।
फैलोपियन ट्यूब में अंडे और शुक्राणु का जो संयोजन होता है उसे फर्टिलाइजेशन कहते है। जब शुक्राणु ओवुलेशन के समय फैलोपियन ट्यूब में होता है तो अंडा उसके साथ फर्टिलाइज्ड होता है। शुक्राणु और अंडा फैलोपियन ट्यूब में ५ से ७ दिनों तक जीवित रहते है।
और जब अंडा फैलोपियन ट्यूब में पहुँच जाता है तब फर्टिलाइजेशन के चांस बढ़ जाते है। महिला फर्टिलाइजेशन के बाद गर्भवती हो जाती है। अंडा निषेचन के बाद ३ से ४ दिनों तक फैलोपियन ट्यूब में मौजूद होता है। फर्टिलाइजेशन होने के २४ घंटे के भीतर इसकी कोशिकाएं विभक्त होने लगती है और विभाजित अंडा फैलोपियन ट्यूब के द्वारा गर्भाशय में जाने लगता है।
विभाजित होने के बाद अंडा जब गर्भाशय के अस्तर से जुड़ता है तो यह प्रत्यारोपण की प्रक्रिया कही जाती है और जब गर्भावस्था आधिकारिक तौर पर शुरू होती है।
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जल्दी प्रेग्नेंट होने के टिप्स (Additional Tips to Keep in Mind)
ऊपर आपने प्रेग्नेंट होने के घरेलू उपाय जाने। इसके अलावा कुछ टिप्स है जिससे आपको जानने को मिलेगा की प्रेग्नेंट कैसे होते हैं।
1) उचित मात्रा में पानी पिएं
पर्याप्त मात्रा में पानी पीना गर्भाशय को स्वस्थ रखने में मदद करता है। इससे सर्वाइकल म्यूकस को बढ़ने में भी मदद मिलती है। शुक्राणु गाढ़े ग्रीवा बलगम से अच्छी तरह जुड़ पाते है। जिससे गर्भवती होने की सम्भावना बढ़ जाती है।
2) सही उम्र में गर्भधारण करे
डॉक्टर १८ से २८ साल की उम्र को गर्भधारण के लिए सही बताते है क्योंकि फर्टिलाइजेशन इस उम्र में ही अधिक होता है। \
3) चीनी से परहेज
अगर आवश्यकता से ज्यादा चीनी खायी जाये तो शरीर में इंसुलिन का स्तर बाधित होने लगता है। कार्बोहाइड्रेट युक्त आहार से शरीर में इंसुलिन प्रतिरोध पैदा होता है जो गर्भधारण करने में समस्या खड़ी कर सकता है।
4) धूम्रपान ना करे
धूम्रपान गर्भधारण करने में कठिनाई पैदा कर सकता है धूम्रपान से आनुवंशिक असामान्यताओं वाले बच्चे को जन्म देने का भी खतरा रहता है।
5) कैफीन कम पिएं
ज्यादा मात्रा में कैफीन का सेवन भी प्रेग्नेंट होने में मुश्किल पैदा करता है।
6) वजन पर नियंत्रण
अपने वजन को कंट्रोल में रखे। ओवरवेट की वजह से फेलोपियन ट्यूब और ओवरी बन्द होने की संभावना रहती है अगर जल्दी कंसीव करना है तो वजन कंट्रोल में रखे।
7) लौंग
लौंग फर्टिलिटी बढ़ाने में मदद करती है। इसमें पाया जाने वाला फोलिक एसिड ओर जिंक एंटीऑक्सिडेंट महिलाओं और पुरुष दोनों में फर्टिलिटी को बेहतर बनाते है।
8) बरगद की छाल
बरगद के पेड़ की जड़ो का पाउडर बनाये और उसे गर्म दूध के साथ पियें। इससे आपको जल्दी गर्भवती होने में मदद मिलेगी।
पीरियड्स के कितने दिन बाद प्रेग्नेंट होती है (How Many Days After Periods Do You Get Pregnant)
यह जानना सभी महिला के लिए जरुरी है की प्रेग्नेंट कब और कैसे होता है।
गर्भवती होने के लिए पीरियड्स के बाद के 5 दिन और ओव्यूलेशन वाले दिन भी गर्भवती हो सकती है। ओव्यूलेशन के समय फर्टाइल की सम्भावना सबसे ज्यादा होती है। (जब अंडाशय से एक अंडा निकलता है)
यह अगली माहवारी शुरू होने से 12 से 14 दिन पहले होता है। इस समय गर्भवती होने की सबसे अधिक संभावना होती है।
निष्कर्ष
सही समय पर गर्भधारण ना कर पाना बहुत से कारण की वजह से हो सकता है। आपको अपने खानपान और सेहत का विशेष तौर पर ध्यान रखना होगा। यहाँ बताये गए टिप्स और उपाय प्रेग्नेंट होने में आपकी मदद करेंगे।