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बार बार पेशाब आना क लक्षण, कारण और उपचार - Bodywise

बार बार पेशाब आने को सामान्य नहीं कहा जा सकता और यह सिर्फ ज्यादा पानी पीने की वजह से ही नहीं होता है बल्कि इसके पीछे और भी बहुत से कारण होते है। अधिकांश लोग इसे मामूली समझकर इस पर ध्यान नहीं देते है लेकिन आपके साथ भी ऐसा हो रहा है तो यह किसी बड़ी बीमारी का संकेत भी हो सकता है।

बार-बार पेशाब आना क्या होता है? (What is Frequent Urination or Urine Problem?)

दिन में ४ से ७ बार पेशाब जाना सामान्य होता है लेकिन इससे ज्यादा बार पेशाब जाने की स्थिति आप महसूस करते है और हर बार ज्यादा मात्रा में पेशाब आती है तो यह बार बार पेशाब आने की समस्या के अंतर्गत आता है।

इस समस्या पर हम इतना ज्यादा ध्यान नहीं देते लेकिन हमारी दैनिक जीवनचर्या पर इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। जिसका असर रात में भी होता है और रात में नींद भी खराब होती है।

आयुर्वेद में बताया गया है की यह समस्या कफ और वात में असंतुलन आने की वजह से होती है। अगर पेशाब में कोई समस्या है तो यह उसके रंग पर निर्भर करता है। मूत्र के रंग के आधार पर बिमारी का पता लगाया जा सकता है।

बार-बार पेशाब आने के संभावित कारण (Possible Causes of Frequent Urination)

इसके पीछे बहुत से कारण होते है। तो जानते है बार बार पेशाब लगना किन कारणों की वजह से होता है।

  • मूत्राशय का कैंसर - यदि आपको मूत्राशय का कैंसर है तो बार बार टॉयलेट आना इस वजह से भी हो सकता है।
  • किडनी या यूरेट्रिक स्टोन - किडनी स्टोन होना भी इसका एक कारण है। अगर किडनी स्टोन बड़े माप पर है तो इसके लिए सर्जरी की आवश्यकता होती है।
  • डायबिटीज - ग्लूकोज़ की मात्रा ज्यादा होने पर शरीर मूत्र के द्वारा इसे बाहर निकालता है। जिस वजह से ज्यादा पेशाब आती है।
  • व्यायाम करना - कसरत करने से शरीर की गंदगी पेशाब के द्वारा बाहर निकलती है। जिससे शरीर को पानी की ज्यादा जरूरत होती है और अधिक पानी पीने से बाथरूम जाने की समस्या बनती है।
  • हाई ब्लड प्रेशर - हाई ब्लड प्रेशर में ली जाने वाली दवाओं की वजह से भी ज्यादा पेशाब आती है।
  • ठंडा वातावरण - ठंडे वातावरण की वजह से भी यह समस्या होती है।

बार-बार पेशाब आने के लक्षण (Symptoms of Frequent Urination)

कुछ ऐसे पेशाब रोग के लक्षण भी है जो बार बार पेशाब आने के साथ दिखाई देते है।

  • अचानक से ही पेशाब करने की तीव्र इच्छा होने लगती है।
  • मूत्र में खून आने की समस्या होना।
  • प्यास बढ़ जाती है और भूख भी बढ़ सकती है।
  • बार-बार पेशाब आना और जलन होना।
  • मूत्र त्यागने में परेशानी होना या समय लगना।
  • पेशाब रोकने में दिक्कत होना या बिल्कुल ना रोक पाना।
  • इसके लक्षण में बुखार आना भी सामान्य है।
  • कमर के निचले हिस्से में दर्द होना।
  • ब्लैडर पूरी तरह से खाली नहीं कर पाना।

यह भी पढ़ें: यूटीआई के लिए आयुर्वेद: लाभ और उपचार

महिलाओं को बार-बार पेशाब आना (Frequent Urination in Women)

बार-बार पेशाब आने का एक आम कारण यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन (यूटीआई) है। जब बैक्टीरिया मूत्रमार्ग से मूत्राशय में जाते है तब ऐसा होता है। एक अनुमान से: ५० से ६० प्रतिशत महिलाओं को जीवन एक बार यूटीआई का अनुभव होता है।

अतिसक्रिय मूत्राशय (ओवरएक्टिव ब्लैडर) भी इसका कारण है। अमेरिकन यूरोलॉजिकल एसोसिएशन के अनुसार यह अनुमान है की ३३ मिलियन अमेरिकियों में एक अतिसक्रिय मूत्राशय है। जो की संयुक्त राज्य की सभी महिलाओं का लगभग ४० प्रतिशत को प्रभावित करता है।

बार बार पेशाब आना घरेलू उपाय (Home Remedies for Frequent Urination)

यहाँ हम कुछ उपाय बताएंगे जो पेशाब रुकने का इलाज करने में मदद करेंगे।

  • केले का सेवन - केले खाने से भी इस समस्या से छुटकारा मिलता है। आपको रोज २ केले खाने चाहिए लेकिन ध्यान रखे ज्यादा केले भी ना खाये नहीं तो कब्ज हो सकती है।
  • आंवला - यह बेहतरीन गुणों से युक्त होता है। इसमें बार बार पेशाब आने की समस्या को रोकने के गुण होते है। आंवले के रस को २ चम्मच जितना लेकर पानी में मिलाकर पिएं।
  • पालक खाये - बार बार यूरिन आने का इलाज पालक भी है। पालक खाना भी आपकी इस समस्या को खत्म कर देगा।
  • अदरक से फायदा - अदरक रुके हुए पेशाब को जल्दी बाहर करने में मदद करता है। इससे मूत्र का इन्फेक्शन भी दूर होता है।
  • दही - इसमें पाया जाने वाला प्रोबायोटिक, बैक्टीरिया को बढ़ने से रोकने में मदद  करता है। जिससे बार बार पेशाब आने से राहत मिलेगी।
  • सेब - रात को सेब का सेवन करे ऐसा करने से आपको इस समस्या से निजात मिलेगा।
  • अनार का जूस - जब शरीर में पोषक तत्वों की कमी हो जाती है तब भी बार बार पेशाब आती है। अनार का जूस पोषक तत्वों की कमी को दूर करता है। रोज अनार का जूस पिएं।

बार-बार पेशाब आने की आयुर्वेदिक दवा (Ayurvedic Medicine for Frequent Urination)

यदि आप आयुर्वेद में भरोसा करते है तो आप आयुर्वेदिक उपचार भी कर सकते है। आइये जानते है बार बार पेशाब आने का रामबाण इलाज क्या है।

  • योग करे वायु मुद्रा लगाकर प्राणायम करने से लाभ होगा।
  • अर्ध हलासन भी पेशाब आने की समस्या में फायदा पहुँचाता है।
  • अश्विनी मुद्रा करे। इसे लेटकर करने से ज्यादा फायदा होगा।
  • बार-बार पेशाब आने की आयुर्वेदिक दवा आमलकी रसायन का प्रयोग भी कर सकते है।
  • चन्द्रप्रभा वटी भी आपको इस समस्या से निजात दिलाएगी।
  • बहुमूत्रान्त्रक रस भी पेशाब बंद का इलाज है। यह एक प्रकार की गोली है इसके सेवन से भी आपको फायदा होगा।

बार-बार पेशाब आने से बचाव के उपाय (Prevention Tips for Frequent Urination)

बार बार टॉयलेट उपाय के लिए आपको जीवनशैली में बदलाव करने होंगे और खानपान का ध्यान रखना होगा।

  • मिर्च मसाले का खाना, तेल, खटाई से बचे सादा भोजन ही खाए।
  • मीठी चीजों से बिल्कुल परहेज करे केक, मिठाई से दुरी बना ले।
  • कॉफ़ी का सेवन भी बंद कर दे। इससे यूरिन इन्फेक्शन और फैलेगा।
  • खानपान में सफाई का ध्यान रखे। खाने का संक्रमण खून में फैलने से मूत्र मार्ग में भी संक्रमण होने का खतरा रहता है।
  • पानी का सेवन अधिक मात्रा में करे। पर्याप्त मात्रा में पानी पीने से इन्फेक्शन पेशाब के जरिये बाहर निकल जाएगा।

डॉक्टर के पास कब जाना चाहिए ? (When to See a Doctor?)

जब आपको यह संकेत नज़र आने लगे तो डॉक्टर से परामर्श लेना ही बेहतर होता है।

  • मूत्र को रोकने में परेशानी आना
  • बुखार आना
  • पेशाब से रक्त बहना
  • पेशाब करने में कठिनाई
  • मूत्र का रंग लाल या गहरा भूरा होना
  • पेट के निचले हिस्से में दर्द होना
  • प्यास का बढ़ जाना
  • पेशाब करने में दर्द या बेचैनी

निष्कर्ष :

यदि बार बार पेशाब आती है तो इसे नजरअंदाज बिल्कुल ना करे। आमतौर पर यह सामान्य सी बात लगती है लेकिन आगे चलकर इसके बड़े नुकसान हो सकते है। अगर परेशानी ज्यादा बढ़ जाती है तो समय पर चिकित्स्क से इलाज करवाए।