अधिकांश लोग वजन कम करने के लिए ग्रीन टी पीना शुरू कर देते है। हाँ यह वजन कम करने में वाकई मददगार है। इसके साथ ही यह बहुत सी गंभीर बिमारियों को दूर करती है। ग्रीन टी से शरीर को बहुत सारे स्वास्थ्य लाभ होते है। यह एंटीऑक्सिडेंट और पोषक तत्वों से भरपूर होती है।
ग्रीन टी के प्रकार - Types of Green Tea in Hindi
ग्रीन टी का सेवन पूरी दुनिया में किया जाता है। ग्रीन टी के उत्पादन और फसल के अनुसार इसके विभिन्न प्रकार होते है। इनमें से मुख्य प्रकार आगे बताये गए है।
1) ग्योकुरो -
इसे धुप के बजाय छाँव में उगाया जाता है। इस टी की झाड़ियों को चुनने के लगभग २० दिनों पहले कपड़े या रीड स्क्रीन से ढक दिया जाता है।
2) फुकमुशी सेन्चा -
फुकमुशी, इसका मतलब है लंबे समय तक उबला हुआ। इसे ज्यादा समय के लिए उबाला जाता है। इसे उगाने की प्रक्रिया में पत्तियों को भाप की गर्मी से उजागर करते है। इस वजह से इस टी का स्वाद और भी ज्यादा हो जाता है और इसका रंग भी गहरा हरा हो जाता है।
3) सेन्चा -
इस ग्रीन टी का सबसे ज्यादा सेवन किया जाता है और यह सबसे जाना माना ग्रीन टी का प्रकार है। इसकी प्रक्रिया सामान्य होती है। जिसमें पत्तियों को धुप में सुखाया जाता है और यह तैयार हो जाती हैं।
4) माचा -
इस ग्रीन टी के प्रकार में चाय की पुरानी पत्तियों का इस्तेमाल करके इसे बनाया जाता है।
5) क्यूबुसेचा -
इसे पत्तियों को चुनने से ७-८ दिन पहले झाड़ियों को धुप से बचाने के लिए कपडे से ढ़का जाता है।
ग्रीन टी के प्रकारों में निम्न भी शामिल है जानते है इनके बारे में।
- टी बैग के रूप में
- चाय की पत्ती के रूप में
- ग्रीन टी सप्लीमेंट्स
- पाउडर के रूप में
- बोतलबंद
ग्रीन टी पीने का सही समय - When to Drink Green Tea in Hindi
ग्रीन टी के फायदे सबसे ज्यादा तब मिलते है जब इसे सही समय पर पिया जाये। तो आप आगे बताये गए समय के अनुसार ग्रीन टी का सेवन कर सकते है।
नाश्ते के बाद - हेल्दी नाश्ता दिनभर एनर्जेटिक बनाये रखता है। ऐसे में नाश्ते के बाद ग्रीन टी पीना बहुत फायदेमंद होता है। हेल्दी ब्रेकफास्ट के साथ ही ग्रीन टी पीना भी बहुत सेहतमंद होता है।
व्यायाम करने के पहले - एक्सरसाइज के पहले ग्रीन टी पीने से एनर्जी लेवल बढ़ जाता है। यह शरीर को ट्रैक पर ले आती है।
भोजन करने से पहले और बाद में - बहुत से लोग खाना खाते ही ग्रीन टी पी लेते है लेकिन यह गलत समय है। इसका लाभ पाने के लिए भोजन करने के दो घंटे पहले और दो घंटे बाद में ग्रीन टी पीना सबसे अच्छा होता है।
रात में - सोने के दो घंटे पहले ग्रीन टी पीना लाभकारी होता है। इससे नींद भी अच्छी आती है। सोते समय फैट को जलाने में भी मददगार है। शरीर का चयापचय दर भी बढ़ जाता है और सुबह उठने पर मूड भी एकदम फ्रेश रहता है।
ग्रीन टी के फायदे - Green Tea Benefits in Hindi
ग्रीन टी का सेवन करने से शरीर को विभिन्न रोगों से लड़ने की ताकत मिलती है। इससे मिलने वाले फायदों में निम्न शामिल है।
1) मस्तिष्क में सुधार
यह मस्तिष्क के कार्य को बढ़ावा देने का काम करती है। यह दिमाग को सचेत करती है। ग्रीन टी में अमीनो एसिड भी होता है। जो मस्तिष्क को बढ़ाने वाला होता है। यह मस्तिष्क के कार्य में सुधार करता है। जिसमें शामिल है सतर्कता, प्रतिक्रिया समय, मूड और स्मृति। ग्रीन टी पीने अधिक स्थिर ऊर्जा और अधिक उत्पादक बनाती है।
2) वजन कम करने में
यह वजन कम करने में बहुत ही सहायता करती है। इसमें एंटी-ऑक्सीडेंट होता है जो मेटाबॉलिज्म को बढ़ा देता है। जिससे वजन कम करने में मदद मिलती है। एक अध्ययन में पाया गया की ग्रीन टी में जो कैटेचिन और कैफीन मौजूद होता है उसका सेवन करना वजन कम करने और वजन को संतुलित रखने में सकारात्मक प्रभाव दिखा सकता है। जिससे मोटापे को नियंत्रित करने में मदद मिल सकती है।
3) बालों की समस्याओं को रोके
इसमें पाए जाने वाले शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट बालों की समस्याओं को कम करने के लिए बहुत मददगार है। यह बालों को मजबूत बनाते है, दो मुंहे बालों से बचाते है, बालों को घना, लम्बा करते है। यह ग्रीन टी में पाए जाने वाले विटामिन बी की वजह से होता है और नए बालों को उगाने में भी सहायता करते है। ग्रीन टी को बालों पर भी लगाया जा सकता है। जिससे की बालों की रूसी और सूखेपन से छुटकारा मिलता है।
4) कैंसर के खतरे को कम करने में
ग्रीन टी में एंटीऑक्सिडेंट होते है। ऑक्सीडेटिव क्षति होने की वजह से पुरानी सूजन हो सकती है। यह कैंसर का कारण बनती है लेकिन एंटीऑक्सिडेंट इस ऑक्सीडेटिव क्षति से सुरक्षा करते है। अध्ययनों से ज्ञात हुआ हैं की ग्रीन टी पीने वालों में विभिन्न प्रकार के कैंसर का खतरा कम होता है। जैसे : प्रोस्टेट कैंसर, स्तन कैंसर, कोलोरेक्टल कैंसर।
5) टाइप २ मधुमेह को रोके
टाइप २ मधुमेह लगातार बढ़ता जा रहा है। टाइप २ मधुमेह में उच्च रक्त शर्करा होती है। एक अध्ययन में पाया गया कि ग्रीन टी का सेवन करने वाले लोगों में टाइप २ मधुमेह का लगभग ४२% कम जोखिम था। ग्रीन टी रक्त शर्करा के स्तर में कमी लाती है। जो टाइप २ मधुमेह के जोखिम को कम कर देती है।
6) अल्जाइमर के लिए
अल्जाइमर मानसिक बीमारियों में से एक है। इसमें व्यक्ति की याददाश्त कमजोर होने लगती है। इस बीमारी से बचने के लिए ग्रीन टी का सेवन किया जा सकता है। इसमें पॉलीफेनोल, एपिग्लोकैटेचिन-३ -गैले मौजूद होता है जो इस बीमारी में लाभ पहुंचा सकता है।
7) गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल विकारों के लिए
गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल विकारों यानि की पेट या पाचन संबंधी समस्याएं दूर करने के लिए ग्रीन टी का सेवन करना चाहिए। ग्रीन टी में कैटेचिन होता है जिसकी वजह से पेट से संबंधित रोगों से लड़ने की क्रिया में मदद मिलती है। इन विकारों से बचने के लिए अपनी डाइट में ग्रीन टी शामिल करे।
8) हड्डियों के लिए
हड्डियों की सेहत के लिए ग्रीन टी फायदेमंद हो सकती है। इसका कारण है ग्रीन टी में मौजूद बायोएक्टिव कंपाउंड। ऑस्टियोक्लास्टिक (हड्डी टूटने की प्रक्रिया) को कम कर ओस्टियोब्लास्टिक गतिविधियों (हड्डियों के बनने की प्रक्रिया) में सुधार होता है।
9) मौखिक स्वच्छता
मसूड़ों की बीमारियों या संक्रमण को दूर करने के लिए मौखिक स्वच्छता आवश्यक है। ग्रीन टी का नियमित रूप से सेवन करने से स्वस्थ मसूड़ों और दांतों के लाभ मिलते है।
10) एंटीवायरल और जीवाणुरोधी गुण
ग्रीन टी पीने से बीमारी होने की संभावना कम होती है। इसमें एंटीवायरल और एंटी बैक्टीरियल गुण होते है जो कई तरह की बिमारियों के लिए कारगर हैं।
11) सांसों की दुर्गंध को कम करने में
इसमें मौजूद कैटेचिन मुंह में बैक्टीरिया के विकास को रोक सकते हैं। ग्रीन टी सांसों की दुर्गंध को कम कर सकती है।
12) गठिया के लक्षणों को कम करने में
ग्रीन टी गठिया के लक्षणों को कम कर सकती है। सूजन को कम करने के लिए अपने दैनिक जीवन में ग्रीन टी को शामिल करे। गठिया के लक्षणों को कम करने के लिए ग्रीन टी पीना शुरू कर दे।
13) एक पौष्टिक पंच पैक करती है
ग्रीन टी में कैफीन होता है जो तंत्रिका तंत्र पर उत्तेजक प्रभाव डाल सकता है। इसमें मौजूद एल-थीनाइन जैसे अमीनो एसिड मानसिक ध्यान बढ़ाने में मदद करते है। फ्लोराइड, एक खनिज यह दाँत तामचीनी को मजबूत करने में मदद करता है।
सुबह खाली पेट ग्रीन टी पीने के फायदे - Benefits of Drinking Green Tea Empty Stomach in the Morning in Hindi
आपको सुबह खाली पेट ग्रीन टी क्यों पीना चाहिए इसके क्या फायदे है जानिये आगे।
1) दीर्घायु बढ़ाये
रोज एक कप ग्रीन टी पीने से आयु में वृद्धि होती है क्योंकि ग्रीन टी में जो तत्व होते है वह तत्व दीर्घायु वाले होते है। इससे स्वस्थ जीवन मिलता है। जिस वजह से आयु में वृद्धि होती है। तो आज से ही ग्रीन टी पीना शुरू करें।
2) अवसाद से लड़े
क्या आप दुःखी महसूस करते है तो एक कप सुखदायक ग्रीन टी पिएं। ग्रीन टी में थीनिन होता है यह एक तरह का एमिनो एसिड है। जिससे शरीर शांत और आरामदेह महसूस करता है। यह अवसाद से पीड़ित लोगों को अवसाद से बाहर निकालने में मदद करता है। ग्रीन टी पिएं और खुश रहें।
3) रक्तचाप नियंत्रित
जो लोग उच्च रक्तचाप से पीड़ित हैं उन्हें सुबह ग्रीन टी पीना चाहिए। ग्रीन टी का नियमित सेवन करने से हाई ब्लड प्रेशर का खतरा कम होता है और ब्लड प्रेशर नियंत्रण में रहता है।
4) त्वचा के लिए
ग्रीन टी में एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते है। जो त्वचा के लिए बहुत अच्छे होते हैं। ग्रीन टी त्वचा को जवां बनाती है। उम्र बढ़ने के संकेतों को कम करती है। सूरज की क्षति से भी ग्रीन टी त्वचा को बचाती है।
5) खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करने में
ग्रीन टी खराब कोलेस्ट्रॉल से छुटकारा दिलाने में मदद करती है। इसके लिए रोज सुबह ग्रीन टी पिएं। ग्रीन टी में जो तत्व मौजूद होते है वह खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करते है।
सोते समय ग्रीन टी पीने के फायदे - Benefits of Drinking Green Tea at Bedtime in Hindi
ग्रीन टी में लाभ पहुंचाने वाले पौधों के यौगिक होते हैं। शरीर को सोते समय ग्रीन टी पीने के फायदे मिलते है।
1) नींद में सुधार
ग्रीन टी पीने से नींद की गुणवत्ता में सुधार होता है। इसमें थीनिन मुख्य यौगिक होता है जो नींद को बढ़ावा देता है। यह मस्तिष्क में तनाव से संबंधित हार्मोन और न्यूरॉन उत्तेजना को कम करती है। यह मस्तिष्क को आराम देने वाली होता है।
2) सकारात्मक रहें और तनाव कम करें
ग्रीन टी के मिश्रण में जो कैफीन होता है वह मूड को बेहतर बनाता है। ग्रीन टी में मौजूदएल-थीनाइन डिप्रेशन के लक्षणों से लड़ने में मदद करता है। यह सकारात्मक रहने में मदद करती है जिससे आप तरोताजा महसूस करते है।
3) इम्यून सिस्टम बूस्ट होता है
ग्रीन टी में एंटीऑक्सिडेंट पॉलीफेनोल्स होता है जिसे एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों के लिए जाना जाता है। ग्रीन टी प्रतिरक्षा प्रणाली को बेहतर बनाने में मदद करती है।
ग्रीन टी बनाने की विधि - How to Make Green Tea in Hindi
ग्रीन टी कैसे बनाये इसके लिए आपको किन चीजों की आवश्यकता है।
ग्रीन टी की पत्तियां - अपनी पसंद की ग्रीन टी की पत्तियां लें लीजिये जिस ब्रांड की आपको पसंद हो।
पानी - जो पहले उबाला न गया हो ऐसा पानी लें।
स्वीटनर - यह वैकल्पिक है ग्रीन टी में थोड़ा मेपल सिरप या शहद भी मिला सकते है।
छलनी - चाय को छानने के लिए छलनी लें।
थर्मामीटर - यह वैकल्पिक है। पानी के तापमान को नियंत्रित करने के लिए।
- सबसे पहले पानी को गर्म करें इसे उबाले नहीं।
- अब मग में इस पानी को डालें।
- इसमें ग्रीन टी डाल दें। ग्रीन टी फैलने लगेगी तीन मिनट तक इसे ऐसे ही रहने दे ज्यादा देर तक भिगोने पर चाय कड़वी हो जाएगी।
- आप चाय को छान भी सकते है।
- इसमें अपनी पसंद का स्वीटनर डालें और ग्रीन टी का आनंद लें।
ग्रीन टी के नुकसान - Green Tea Side Effects in Hindi
ग्रीन टी से बहुत से फायदे होते है लेकिन कभी - कभी यह परेशानी का कारण भी बन सकती है।
उल्टी आना - ग्रीन टी का ज्यादा सेवन करने से या गलत समय पर पीने से उल्टी भी आ सकती है। इसलिए इसका ज्यादा सेवन करने से या बेवक़्त पीने से बचे।
चक्कर आना - इससे चक्कर भी आ सकते है। कुछ लोगों को ग्रीन टी सूट नहीं होती है तो जिन्हें ऐसा लगता है की ग्रीन टी से चक्कर आते है वह लोग इसका सेवन ना करें।
पेशाब की परेशानियाँ - इसमें कैफीन होता है। जिससे बार - बार पेशाब आने जैसी समस्या होती है।
एनीमिया और आयरन की कमी - इसमें पाए जाने वाले तत्वों से एनीमिया हो सकता है और आयरन की कमी भी हो सकती है।
सिरदर्द - कुछ लोगों का सिर भारी हो जाता है जिससे सिरदर्द होने लगता है।
पेट की समस्या - ज्यादा ग्रीन टी पीने से या खाली पेट सेवन करने से पेट में जलन हो सकती है।
निष्कर्ष :
अच्छे स्वास्थ्य और सुखी जीवन की ओर जाने के लिए रोज एक कप ग्रीन टी पीना शुरू करें। यह आपको शारीरिक और मानसिक दोनों ही रूप से लाभ प्रदान करती है। अपनी सुबह की शुरुआत ग्रीन टी से करें।